45 मिनट पहलेलेखक: ईफत कुरैशी
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15 जनवरी 1947, सुबह करीब 10 बजे की बात है। लॉस एंजिलिस में रहने वालीं एक आम हाउस वाइफ बैटी बेरसिंगर अपनी बेटी के साथ टहलने निकली थीं। सड़के खाली थीं और सन्नाटा पसरा हुआ था। नॉर्थटन एवेन्यू के पास से गुजरते हुए उनकी नजर सड़क किनारे लगी घास में पड़ी कुछ अटपटी सी चीज पर पड़ी। पहली नजर में देखते ही उन्हें लगा कि कोई सफेद मैनिक्विन टूटा पड़ा हुआ है। कुछ कदम आगे बढ़ाया तो वो देख कर सिहर उठीं। वो कोई मैनिक्विन नहीं बल्कि 2 टुकड़ों में पड़ी एक लाश थी। शरीर पर कपड़े नहीं थे और लाश सफेद पड़ चुकी थी। ये भयावह मंजर देखने के बाद
बैटी ने तुरंत अथॉरिटी को इसकी सूचना दी। लॉस एंजिलिस पुलिस डिपार्टमेंट लाश की दुर्गति देख हैरान था। शरीर काटा गया था, चेहरे पर चीरा लगाया गया था और अंतड़ियां निकाल ली गई थीं।
लॉस एंजिलिस हेराल्ड एक्सप्रेस की रिपोर्टर एजी अंडरवुड ने लाश की तस्वीरें लीं। जिस जगह लाश मिली थी, वहां पास में हील्स और टायर के निशान थे। वहीं पास में पड़ी एक बोरी पर भी खून के धब्बे थे।
पुलिस ने लाश को ऑटोप्सी के लिए भेजा और पहचान में जुट गई। फिंगर प्रिंट को पुलिस रिकॉर्ड से मिलाया गया तो पता चला कि वो लाश हॉलीवुड एक्ट्रेस एलिजाबेथ शॉर्ट की है। वही एलिजाबेथ शॉर्ट, जो गरीबी से उबरकर हॉलीवुड में करियर बनाने की जद्दोजहद कर रही थीं।
केस से जुड़े हर अफसर, हर डिटेक्टिव और जर्नलिस्ट का बस यही सवाल था कि आखिर एक मामूली एक्ट्रेस को कोई इतनी बेरहमी से क्यों मारेगा, लेकिन इस सवाल का जवाब कभी मिल ही नहीं सका। कई नॉवेल लिखी गईं, कई फिल्में और सीरीज बनीं, लेकिन 500 लोगों के कबूलनामे के बावजूद हत्याकांड का खुलासा नहीं हो सका।
आज अनसुनी दास्तानें के 4 चैप्टर में पढ़िए इस भयावह हत्याकांड की अनसुलझी गुत्थी और एलिजाबेथ शॉर्ट की कहानी, जिन्हें इतिहास ब्लैक डहलिया नाम से जानता है-
16 जनवरी को एलिजाबेथ शॉर्ट की ऑटोप्सी हुई। इसमें सामने आया कि उनके सिर, टखनों, कलाई और गर्दन पर चोट के निशान थे। राइट ब्रेस्ट को काटा गया था। रिपोर्ट के अनुसार, उनके शरीर को हत्या के बाद एक खास तकनीक से काटा गया था। मौत से पहले उन्हें टॉर्चर किया गया था और शरीर का पूरा खून बह जाने के बाद उन्हें फेंका गया था। मारपीट और टॉर्चर के चलते हैमरेज से उनकी मौत हुई थी। डॉक्टर्स को शक था कि उनका रेप किया गया था, हालांकि शरीर में स्पर्म ट्रेसेस नहीं मिले थे।
एलिजाबेथ शॉर्ट हत्याकांड के बाद लॉस एंजिलिस में सनसनी मच गई। मीडिया हाउस में उनकी मौत की अलग-अलग थ्योरीज सामने आने लगीं। प्रेस ने उन्हें ब्लैक डहलिया नाम दिया। डहलिया एक फूल का नाम है।
एलिजाबेथ की हत्या की खबर देशभर में फैली, जिससे लोगों में डर फैल रहा था। इसी बीच मशहूर न्यूजपेपर एग्जामिनर के दफ्तर में एक शख्स आया, जिसने दावा किया कि उसने एलिजाबेथ की हत्या की है। हालांकि, पुलिस जांच में उसका दावा गलत साबित हुआ।
पुलिस को हत्या से जुड़े सबूत भेजता रहा हत्यारा
24 जनवरी को द एग्जामिनर के दफ्तर में एक संदिग्ध लिफाफा भेजा गया, जिसमें एलिजाबेथ शॉर्ट के बर्थ सर्टिफिकेट, बिजनेस कार्ड से लेकर उनकी तस्वीरें भी थीं। उस लिफाफे को जब जांच के लिए भेजा गया तो सामने आया कि पहचान गुप्त रखने के लिए लिफाफे और उसमें मौजूद सामान को पेट्रोल से धोया गया है। ठीक इसी तरह एलिजाबेथ की बॉडी से भी फिंगरप्रिंट मिटाने के लिए पेट्रोल से धोया गया था। पुलिस का मानना था कि लिफाफे को हत्यारे ने भेजा है। हालांकि, जांच में पुलिस के हाथ कुछ नहीं लग सका।
एलिजाबेथ शॉर्ट का बैग और शूज।
अगले दिन द एग्जामिनर को एक और पैकेट मिला, जिसमें एक हैंडबैग और एक जूता था। पुलिस ने जांच में पाया कि उसे भी पेट्रोल से धोया गया है, हालांकि इसके जरिए भी पुलिस हत्यारे तक पहुंचने में नाकाम रही।
ऐसे ही कई मामले सामने आए। कई बार द एग्जामिनर को हाथों से लिखा गया लेटर मिला, जिसमें शख्स ने खुद को हत्यारा बताते हुए पुलिस को मिलने का समय और पता दिया, लेकिन हर बार ये लेटर झूठे और गुमराह करने वाले साबित हुए।
ये खत पुलिस को गुमराह करने के लिए भेजा गया था।
पहचान छिपाने के लिए खत में हाथ से नहीं बल्कि पेपर कटिंग से मैसेज दिया गया था।
एक सुसाइड नोट, जिसे एलिजाबेथ के हत्यारे ने लिखा था…
फ्लोरिडा के बीच के केयरटेकर को 14 मार्च को एक जूते में रखा हुआ सुसाइड नोट मिला था, जिसमें शख्स ने दावा किया था कि उसने एलिजाबेथ शॉर्ट का कत्ल किया है।
नोट में लिखा था- ‘मैंने इंतजार किया कि ब्लैक डहलिया (एलिजाबेथ शॉर्ट) की हत्या करने पर पुलिस मुझ तक पहुंच जाएगी, लेकिन वो मुझ तक नहीं पहुंचे। मैं डरपोक हूं, जो सबके सामने नहीं आ सकता, इसलिए आत्महत्या कर रहा हूं। मैं इसमें खुद की मदद नहीं कर सकता।’
खत के आखिर में लिखा था सॉरी मैरी। मैरी शायद उस शख्स की पत्नी या प्रेमिका होगी।
समुद्र तट पर उस लेटर के पास आत्महत्या करने वाले शख्स का कुछ सामान भी बरामद हुआ था, जिसमें एक एड्रेस बुक भी थी। उसमें मशहूर बिजनेसमैन मार्क हैनसन का भी नाम था। मार्क हैनसन एक नाइटक्लब और थिएटर का मालिक था। हैनसन की गिरफ्तारी से इस हत्याकांड को एक नई दिशा मिली। हैनसन वाकई एलिजाबेथ को जानते थे।
हैनसन ने पुलिस को बताया कि द एग्जामिनर को भेजा गया पर्स और जूता एलिजाबेथ शॉर्ट का ही था। इसी बीच पूछताछ में एलिजाबेथ शॉर्ट की रूममेट और दोस्त एन टोथ ने बताया कि एक बार हैनसन ने एलिजाबेथ से सेक्शुअल फेवर मांगा था, लेकिन उन्होंने साफ इनकार कर दिया था। पुलिस ने हैनसन को संदिग्ध मानते हुए जांच शुरू की। वहीं डिटेक्टिव ईटवेल का भी मानना था कि हैनसन ने ही एलिजाबेथ से बदला लेने के लिए अपने दोस्त से उनकी हत्या करवाई, जिसने बाद में आत्महत्या कर ली। हालांकि, हैनसन के खिलाफ कभी कोई सबूत नहीं मिला।
इस मामले में 150 लोगों से पूछताछ की गई, जिसके लिए करीब 1000 लोगों की टीम दिन-रात काम कर रही थी। फिर भी कभी कातिल का पता नहीं लग सका। करीब 500 लोगों ने अलग-अलग समय में एलिजाबेथ की हत्या का जुर्म कबूला, लेकिन पॉलीग्राफ टेस्ट में सभी के दावे झूठ निकले।
हत्या का आरोप अपने सिर लेने वाले कई लोग तो ऐसे भी थे, जिनका एलिजाबेथ की मौत के समय जन्म भी नहीं हुआ था।
सालों बाद डिटेक्टिव का खुलासा- मैंने हत्यारे को देखा था
एलिजाबेथ के मामले से जुड़े असल डिटेक्टिव राल्फ एसडेल ने साल 2003 में टाइम्स मैगजीन को दिए एक इंटरव्यू में बताया कि उन्होंने एलिजाबेथ शॉर्ट के हत्यारे से पूछताछ की थी, लेकिन सबूतों की कमी के चलते उसे छोड़ दिया गया था। राल्फ के अनुसार, जिस जगह में एलिजाबेथ की लाश मिली थी, वहां एक सफेद सिडान कार में एक आदमी को देख गया था। उस जगह से गुजरते हुए एक शख्स ने उन्हें वहां रुककर कार से एक बैग को ठिकाने लगाते देखा था। जिस समय उस कार को देखा गया था, उस समय कार का एक दरवाजा खुला हुआ था। जबकि वो शख्स कार से उतरकर कुछ कर रहा था। वो शख्स पास के एक रेस्टोरेंट में काम करता था। उसे पूछताछ के लिए भी बुलाया गया था, लेकिन सबूत न मिलने पर उसे छोड़ दिया गया।
मामले से जुड़े डिटेक्टिव ने पिता पर जताया था हत्या का शक
इस मामले से जुड़े एक पुलिस डिपार्टमेंट के डिटेक्टिव स्टीव होडल ने अपने पिता जॉर्ज होडल पर एलिजाबेथ शॉर्ट की हत्या का शक जताया था। उनके पिता एक सर्जन थे, जिन पर पहले भी कई हत्याओं के आरोप लग चुके थे, हालांकि कभी आरोप साबित नहीं हो सके। एलिजाबेथ के मामले में जॉर्ज होडल का नाम आने की एक पुख्ता वजह ये भी रही कि डॉक्टर्स का मानना था कि जिस तरह से एलिजाबेथ को काटा गया था, वो एक मेडिकल प्रोफेशनल के लिए ही मुमकिन था।
राइटर का दावा- मैंने अपने पिता को एलिजाबेथ की हत्या करते देखा
साल 1991 में जेनिस नोटन ने दावा किया कि उन्होंने 1947 में 10 साल की उम्र में अपने पिता जॉर्ज नोटन को एलिजाबेथ शॉर्ट की हत्या करते देखा था। दावे के अनुसार, जॉर्ज ने एलिजाबेथ का शारीरिक शोषण करने के बाद उन्हें हथोड़े से मारा था। 1995 में जेनिस ने बुक डैडी वॉज द ब्लैक डहलिया किलर पब्लिश की थी।
हालांकि बुक में बताए गए घटनाक्रम असल घटनाक्रम से काफी अलग थे।
एलिजाबेथ पर लगे थे वैश्यावृत्ति के आरोप
जांच के दौरान एलिजाबेथ शॉर्ट पर वैश्यावृत्ति के भी आरोप लगे। मामले से जुड़े कुछ डिटेक्टिव को पूछताछ में पता चला कि एलिजाबेथ अक्सर अलग-अलग लोगों के साथ रहा करती थीं। इस बीच वो वैश्यावृत्ति भी किया करती थीं। वहीं कुछ रिपोर्ट्स में दावा है कि उनके कई महिलाओं के साथ भी संबंध थे।
एक नजर एलिजाबेथ शॉर्ट के बचपन और कत्ल से पहले की कहानी पर-
स्टॉक मार्केट क्रैश से गरीबी में बीता बचपन
29 जुलाई 1924 को एलिजाबेथ शॉर्ट का जन्म बोस्टन में हुआ था। उनके पिता क्लेओ शॉर्ट, यूनाइटेड स्टेट नेवी के सेलर थे। एलिजाबेथ का बचपन बेहद रईसी में गुजरा था। हालांकि, 1929 में स्टॉक मार्केट क्रैश से उनके परिवार को आर्थिक संकट से गुजरना पड़ा था। उनका परिवार तंगी में गुजारा कर रहा था। इसका उनके पिता के जेहन पर बुरा असर पड़ा।
पिता हुए लापता, पुलिस ने किया मृत घोषित
एलिजाबेथ महज 6 साल की थीं, जब एक दिन उनके पिता अचानक लापता हो गए। उनकी कार चार्ल्सटाउन ब्रिज के पास से बरामद हुई और पुलिस ने मान लिया कि उन्होंने चार्ल्स रिवर में कूदकर आत्महत्या कर ली है।
रिश्तेदारों के साथ बीता बचपन
पति की मौत खबर मिलने पर एलिजाबेथ की मां ने एक बुक स्टोर में काम करना शुरू किया। इसी बीच परिवार पर एक और आफत आन पड़ी। एलिजाबेथ को कई अस्थमा अटैक आए, जिसके चलते 15 साल की उम्र में उनकी लंग्स सर्जरी हुई। लगातार बिगड़ती तबीयत के चलते एलिजाबेथ को रिश्तेदारों के साथ रहने के लिए मियामी भेज दिया गया।
अचानक लौट आए पिता, मां से मांगी माफी
1942 में एलिजाबेथ की मां को एक लेटर मिला, जिसमें उनके मृत घोषित हो चुके पिता का माफीनामा था। पिता ने कबूला कि आर्थिक तंगी के चलते वो परेशान हो चुके थे, ऐसे में वो कैलिफोर्निया जाकर बस गए और नई जिंदगी शुरू कर दी। 18 साल की उम्र में एलिजाबेथ को उनके पिता के साथ रहने भेज दिया गया। महज 6 साल की उम्र से पिता के बिना रह रहीं एलिजाबेथ के लिए अब पिता के साथ तालमेल बैठाना मुश्किल था। आए दिन दोनों के झगड़े होते थे। यही वजह रही कि 1943 में एलिजाबेथ ने पिता का घर छोड़ दिया।
शराब पीने के चलते हुई थीं फ्लोरिडा में गिरफ्तार
गुजारा करने के लिए एलिजाबेथ मामूली नौकरी करने लगीं। इसी बीच उनकी मुलाकात US एयरफोर्स के हाईक्लास वकील से हुई। कुछ समय बाद दोनों रिलेशनशिप में आ गए और लिव-इन में रहने लगे। रिपोर्ट्स की मानें तो वो शख्स उनके साथ मारपीट किया करता था। लगातार बढ़ते झगड़ों के चलते एलिजाबेथ 1943 के मिड में सैंटा बारबरा शिफ्ट हो गईं।
23 सितंबर 1943 को एलिजाबेथ को अंडरऐज होने के बावजूद एक लोकल बार में शराब पीते पकड़ा गया था। पुलिस ने उन्हें कस्टडी में लिया और जुवेनाइल अथॉरिटी को सौंप दिया। चंद दिनों बाद एलिजाबेथ को उनके परिवार के पास भेज दिया गया। हालांकि, वो वहां से भागकर फ्लोरिडा आ गईं।
फ्लोरिडा में रहते हुए एलिजाबेथ की मुलाकात मेजर मैथ्यू माइकल गॉरडन जूनियर से हुई, जो एयरफोर्स ऑफिसर थे और वर्ल्ड वॉर 2 का हिस्सा रह चुके थे। चंद दिनों की मुलाकात के बाद दोनों एक-दूसरे को पसंद करने लगे। इसी बीच मेजर मैथ्यू का प्लेन भारत में क्रैश हो गया। इस हादसे में वो बुरी तरह जख्मी हो गए। रिकवरी के दौरान उन्होंने एक खत लिखकर एलिजाबेथ शॉर्ट को शादी के लिए प्रपोज किया।
मेजर मैथ्यू के साथ एलिजाबेथ शॉर्ट।
एलिजाबेथ भी मेजर मैथ्यू से शादी करना चाहती थीं, लेकिन उनके प्रपोजल कबूल करने के चंद दिनों बाद 10 अगस्त 1945 को एक दूसरे प्लेन क्रैश में मेजर मैथ्यू की मौत हो गई।
बॉयफ्रेंड की मौत के बाद एलिजाबेथ शॉर्ट लॉस एंजिलिस आ गईं। वो सदर्न कैलिफोर्निया में रहते हुए वेट्रेस का काम करने लगीं। इसी दौरान उन्होंने कुछ फिल्मों में भी काम किया। हालांकि, उनके रोल इतने छोटे थे कि उन्हें किसी भी फिल्म में क्रेडिट नहीं दिया गया। फिल्मों में मामूली काम करने के बाद वो एक्ट्रेस बनना चाहती थीं, जिसकी कोशिश जारी थी।
उसी दौरान लॉस एंजिलिस में एलिजाबेथ शॉर्ट की मुलाकात 25 साल के सेल्समैन रॉबर्ट से हुई, जिनके साथ वो रिलेशनशिप में आ गईं। दोनों 9 जनवरी को सैन डिएगो से छुट्टी मनाकर लौटे थे। रॉबर्ट ने एलिजाबेथ को लॉस एंजिलिस के बिल्टमोर होटल छोड़ा था, जहां वो अपनी बहन से मिलने वाली थीं। उन्होंने बॉयफ्रेंड रॉबर्ट से कहा था कि उनकी बहन बोस्टन से उनसे मिलने आई हैं। रॉबर्ट उन्हें छोड़कर निकल गया और वो बिल्टमोर होटल में दाखिल हो गईं। उन्होंने वहां लॉबी से एक कॉल किया था। कुछ समय बाद वो होटल से निकल गईं और फिर किसी ने भी उन्हें नहीं देखा।
जिस बिल्टमोर होटल में एलिजाबेथ शॉर्ट को आखिरी बाद जिंदा देखा गया था, आज वहां उनके नाम पर ब्लैक डहलिया वोदका कॉकटेल सर्व किया जाता है।
14 जनवरी को एलिजाबेथ शॉर्ट की लाश होटल से कुछ दूरी पर मिली थी। इस मामले में पुलिस को 150 लोगों पर शक था। करीब हजार लोगों की टीम ने इस हत्याकांड को सुलझाने की हर मुमकिन कोशिश की, लेकिन मौत की गुत्थी 77 साल बाद भी अनसुलझी ही रही।
एलिजाबेथ शॉर्ट की मौत अमेरिकन हिस्ट्री का सबसे क्रूर हत्याकांड माना जाता है। वहीं टाइम मैगजीन ने इसे सबसे पुराने और अनसुलझे हत्याकांड की लिस्ट में शामिल किया है।
अगले शनिवार, 13 जुलाई को पढ़िए कहानी कंगना रनोट के साथ काम कर चुकीं एक्ट्रेस रज्जो की कहानी। रज्जो का उन्हीं के फ्लैट में सड़ता हुआ शव मिला था। जब हत्याकांड की जांच शुरू हुई तो पुलिस के सामने चौंका देने वाले खुलासे हुए।
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